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    • Bhartiya Gyan Darshan

    • 560.0
    • This book is for fulfilling the requirement of 'General Studies and English Grammar'. It has been written in which work has been done to include the topics of various subjects.   by  Pashupatinath Upadhyay (Author) Paperback: – 596 Pages Edition:- 1st Publisher: Novel Nuggets Publishers  Language: Hindi, English ISBN: 978-9391178758
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  • How To Get In Your Best Shape Quick View
  • Immortal कलाकार Quick View
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    • Immortal कलाकार

    • 149.0
    • कुछ सालों पहले मैंने कला क्षेत्र में आने के लिए इलाहाबाद रंगमंच से एक नए सफ़र की शुरुआत की थी, और इंजीनियरिंग कि पढ़ाई से समय बचाकर नाटकों में अभिनय करने लगा। फिर कुछ दिनों बाद अभिनय के साथ साथ हिंदी पढने का शौक़ चढ़ा, तो दोस्तों से उधार मांगकर या फिर कॉलेज लाइब्रेरी में रखी हुई हिंदी किताबे पढने लगा।…
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  • अतीत Quick View
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    • अतीत

    • 160.0
    • आप सभी को मेरा नमस्कार! मैं थोड़ा पढ़ा-लिखा जरूर हूँ, लेकिन लिखने का कोई सलीका मुझे मालूम नहीं है, अपने ही दर्द से मुख़ातिब रहा हूँ कुछ लिखने को। ना तो उर्दू की पकड़ है मुझे और ना ही बेहतर हिन्दी की जानकारी, लेकिन बावजूद इसके आप सब के बीच आने की हिमाकत कर रहा हूँ। बीते हुए कुछ वक्त…
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  • अभी अभी Quick View
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    • अभी अभी

    • 199.0
    • प्रत्येक रचना अच्छी-बुरी परिस्थितियों व उनपर समाज व देश पर पड़ते प्रभाव पर मनन करने से ह्रदय से कविता के रूप में स्वयं व प्रत्येक रचना के लिए अभी अभी ही उद्घाटित होती है। अगर हाथ में कलम तथा सामने कागज का टुकड़ा हो तो भाव लिपिबद्ध हो जाता है वरना मन में चलते अनेकानेक आते-जाते विचारों की तरह विलीन…
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  • अविरल Quick View
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    • अविरल

    • 100.0
    • कविताओं का यह संग्रह जीवन के सभी रंगों का संगम माना जा सकता है। एक आम आदमी के जीवन के सभी अनुभव; भावात्मक जुड़ाव से लेकर मन को तोड़ देने वाली मुश्किलों तक, युवा सोच के जोश से लेकर वृद्ध संवेदनाओं तक, देश की बदलती राजनैतिक व्यवस्था से लेकर व्याकुल सामाजिक चेतना तक; इन काव्यधाराओं में सब समाहित हैं। विषय…
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  • खुशरंग Quick View
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    • खुशरंग

    • 199.0
    • प्राण और प्रणय दोनों में ही खुले आसमान में उड़ान भरने की स्वतंत्रता हो, तभी तो हर रंग खुशरंग हो पाता है.. नहीं? Paperback: – 85 Pages (03 July 2023) Edition:- 1st Publisher: Novel Nuggets Publishers  Language: Hindi ISBN: 978-9395312189
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  • बाल कविताएँ Quick View
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    • बाल कविताएँ

    • 129.0
    • साहित्य चर्चा मैं अदारट साल उप्र से ही प्रार्म्म किया। मेरा मातृभाषा बांगला होते के कारण बांगला मैं ही लिखने लगे । छल्द हाएछे जे मन्‍्दर बोले मोर दादा नन्‍्दर यह पहला लिखी हूई | की ला कविता है। 1982 मैं करीब 60 कविताएँ एक गीत नाटय(ब्ची के साथ आनन्द करते थे) तथा एक टुसु संगीत (प्रकासित) तथा मन 1987…
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  • भूमिज हिंदी English Dictionary Quick View
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    • भूमिज हिंदी English Dictionary

    • 130.0
    • ये भारत वर्ष मैं पहला भूमिज - हिंदी और अंगरेजी शब्दकोश है। अपने वर्तमन रूप में यह शब्दकोश आदिवासी - गैर आदिवासी के हिंदी-अंगरेजी भाषा चैटरों अंगरेजी - हिंदी शिक्षक और आनंदकों के अतिरिक्‍त समन्‍य पथकों के लिए भी उपयोगी है। शब्दकोष मैं संकल्प शब्द संग्रह का आकार मिश्रित है। विलुप्त होती भूमिज भाषियों के लिए भूमिज-हिंदी-आंग्रेजी शब्दकोश एक संजीवनी…
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  • मुन्तज़िर Quick View
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    • मुन्तज़िर

    • 120.0
    • मुंतजिर अर्थात् प्रतीक्षित यूं तो हर कोई अपने जीवन में किसी ना किसी चीज के लिए मुन्तजिर होता है। चाहे वो कोई शख्स हो या फिर क्यूं ना किसी के प्यार का इंतज़ार हो। असल में किसी के लिए मुन्तजिर रहना वो एहसास है जो शब्दों में बयान नहीं हो सकता, इसी एहसास को यहां पर दिखाए जाने का प्रयास…
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