बाल कविताएँ
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साहित्य चर्चा मैं अदारट साल उप्र से ही प्रार्म्म किया। मेरा
मातृभाषा बांगला होते के कारण बांगला मैं ही लिखने लगे ।
छल्द हाएछे जे मन््दर बोले मोर दादा नन््दर यह पहला लिखी हूई
| की ला कविता है।
1982 मैं करीब 60 कविताएँ एक गीत नाटय(ब्ची के
साथ आनन्द करते थे) तथा एक टुसु संगीत (प्रकासित) तथा
मन 1987 में अलंकार ग्रन्थ लिये है जो अप्रकासित है।
सन 1995 में सत्य रजः: तम् नाम के एक ग्रस्थ लिखकर
प्रकासित कर चुके है। पारिवारिक वन््चन के चलते दीर्घदिन
कलम को बन्द करना पड़ा । वर्तमान मैं एक सरकारी विद्यालय
में शिक्षक के रूप में कार्यरत हूँ। लेकित में चिन्तन क्षमता को
रोक न सका इसलिए वर्तमान सन में बच्चों का बाल कविता
नामक किताब
व को प्रकासित कुर रहा हूँ।
- Paperback: 69 Pages
- Publisher: Novel Nuggets Publishers (30 April 2020)
- Language: Hindi
- ISBN-13: 978-9388758406
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