• अविरल Quick View
    • अविरल Quick View
    • अविरल

    • 100.0
    • कविताओं का यह संग्रह जीवन के सभी रंगों का संगम माना जा सकता है। एक आम आदमी के जीवन के सभी अनुभव; भावात्मक जुड़ाव से लेकर मन को तोड़ देने वाली मुश्किलों तक, युवा सोच के जोश से लेकर वृद्ध संवेदनाओं तक, देश की बदलती राजनैतिक व्यवस्था से लेकर व्याकुल सामाजिक चेतना तक; इन काव्यधाराओं में सब समाहित हैं। विषय…
    • Add to cart
  • खुशरंग Quick View
    • खुशरंग Quick View
    • खुशरंग

    • 199.0
    • प्राण और प्रणय दोनों में ही खुले आसमान में उड़ान भरने की स्वतंत्रता हो, तभी तो हर रंग खुशरंग हो पाता है.. नहीं? Paperback: – 85 Pages (03 July 2023) Edition:- 1st Publisher: Novel Nuggets Publishers  Language: Hindi ISBN: 978-9395312189
    • Add to cart
  • तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३ Quick View
    • Sale!
      तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३ Quick View
    • ,
    • तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३

    • Original price was: ₹597.0.Current price is: ₹499.0.
    • प्रत्येकाच्या आयुष्यात किमान एकदा तरी प्रेम होतं आणि आपण ते अगदी जीवापाड करत असतो. अशाच एका प्रेममय प्रवासाचा खजिना म्हणजेच "तिच्यापासून तिच्यापर्यंत" भाग - 1,  2 आणि 3 असलेला चारोळीसंग्रह होय. तिच्यापासुन तिच्यापर्यंत  भाग 1 2 आणि 3 मध्ये अनुक्रमे एकूण साधारण 100, 94 आणि 100 अशा चारोळ्यांचा समावेश करण्यात आलेला आहे. प्रेममय आठवणींचा खजिना आपल्या हाती सोपवताना कवी मनाच्या…
    • Add to cart
  • बाल कविताएँ Quick View
    • बाल कविताएँ Quick View
    • ,
    • बाल कविताएँ

    • 129.0
    • साहित्य चर्चा मैं अठारह साल उम्र से ही प्रारम्भ निया । मेरा मातृभाषा बांगला होने के कारण बांगला मैं ही लिखने लगे । छंद हए जे मन्द बोले मोर दादा नन्द यह पहला लिखी हुईु बांगला कविता है। सन 1982 मैं करीब 60 कविताएँ एक गीत नाटय ( बच्चों के साथ आनन्द करते थे) तथा एक दुतु संगीत (प्रकासित) तथा…
    • Add to cart
  • बिखरे मोती वफा के Quick View
    • बिखरे मोती वफा के Quick View
    • बिखरे मोती वफा के

    • 180.0
    • गिरगिट की तरह.... रंग बदलते देखा है जमाने को या रब किस पर.... यकीं करूँ मैं दिल लगाने को by by सैनी संगम Paperback: - 105 Pages Edition:- 1st Publisher: Novel Nuggets Publishers  Language: Hindi ISBN: 978-9388758505      
    • Add to cart
  • बेढंगा की कविताएं Quick View
    • बेढंगा की कविताएं Quick View
    • ,
    • बेढंगा की कविताएं

    • 95.0
    • यह पुस्तक ‘बेढंगा’ का एक लघु काव्य-संग्रह है,जो प्रकृति-वात्सल्य से होता हुआ, प्रकृति के मनोरम अनुभवों को पथिक बनाते हुए, वीरता के ओज पर सवार जीवन के मर्म का अनूठा चित्रण अपनी ही बेढंगी शैली से करवाता हैा यह काव्य- संग्रह स्वयं में एक बेढंगा काव्य- संग्रह है,जो ह्रदय रूपी धरातल को स्पर्श करते हुए पाठक को यथार्थ एवं लौकिकता के अलोक की ओर ले जाता हैा by Raj Awasthi …
    • Add to cart
  • भूमिज हिंदी English Dictionary Quick View
    • भूमिज हिंदी English Dictionary Quick View
    • ,
    • भूमिज हिंदी English Dictionary

    • 130.0
    • ये भारत वर्ष मैं पहला भूमिज - हिंदी और अंगरेजी शब्दकोश है। अपने वर्तमन रूप में यह शब्दकोश आदिवासी - गैर आदिवासी के हिंदी-अंगरेजी भाषा चैटरों अंगरेजी - हिंदी शिक्षक और आनंदकों के अतिरिक्‍त समन्‍य पथकों के लिए भी उपयोगी है। शब्दकोष मैं संकल्प शब्द संग्रह का आकार मिश्रित है। विलुप्त होती भूमिज भाषियों के लिए भूमिज-हिंदी-आंग्रेजी शब्दकोश एक संजीवनी…
    • Add to cart
  • मुन्तज़िर Quick View
    • मुन्तज़िर Quick View
    • मुन्तज़िर

    • 120.0
    • मुंतजिर अर्थात् प्रतीक्षित यूं तो हर कोई अपने जीवन में किसी ना किसी चीज के लिए मुन्तजिर होता है। चाहे वो कोई शख्स हो या फिर क्यूं ना किसी के प्यार का इंतज़ार हो। असल में किसी के लिए मुन्तजिर रहना वो एहसास है जो शब्दों में बयान नहीं हो सकता, इसी एहसास को यहां पर दिखाए जाने का प्रयास…
    • Add to cart
  • मुंबई ते दरभंगा Quick View
    • मुंबई ते दरभंगा Quick View
    • ,
    • मुंबई ते दरभंगा

    • 299.0
    • ही कथा सत्य घटनेवर आधारित आहे. नुकतेच मेडिकल ग्रॅजुएशन पूर्ण झालेला एक तरुण, निषाद! कामाचा अनुभव आणि पैसे कमावण्यासाठी मुंबईला जातो. परंतु अशा काही घटना त्याच्या जीवनात घडतात की त्याला एका एम्बुलेंस सर्विस वर डॉक्टर म्हणून काम करावे लागते. सर्व काही सुरळीत चालू असताना त्याच्या वाटेला एक लांबचा प्रवास येतो.... मुंबई ते दरभंगा! आय.सी.यू मध्ये एडमिट पेशंट ‘कैलास’, ज्याला जीवंत…
    • Add to cart
  • मैं तुम्हारे बारे में Quick View
    • मैं तुम्हारे बारे में Quick View
    • ,
    • मैं तुम्हारे बारे में

    • 110.0
    • एक साधारण लड़के ने जैसे प्रेम को जिया, लिखी उसमें पलने वाली जज्बातों की श्रृंखला। प्रेम हम सबको बेहतर इंसान बनाता है, हम उस अनजान व्यक्ति को सम्मान करने लगते हैं उसमें रब दिखने लगता है। उसमें पूरी जिंदगी भर देते हैं, आप तभी जिंदगी को नए सिरे से खोजते हैं जब प्रेम में होते हैं और प्रेम में होना…
    • Add to cart
  • मोर पिसारा Quick View
    • मोर पिसारा Quick View
    • मोर पिसारा

    • 120.0
    • मोर पिसारा हा माझा पहिला वहिला कविता संग्रह आहे. यात तुम्हाला विविध छंदातील कविता वाचावयास मिळतील. बऱ्याच कवितांत तुम्ही स्वतःचे प्रश्न, दुःख अनुभवू शकता. निसर्ग, दुःख, बाप, आई, व अश्या अनेक विभिन्न विषयांवर या काव्य संग्रहात मी कविता लिहिण्याचा प्रयत्न केला आहे. झालेल्या चुका माझ्या खाली दिलेल्या कुठल्याही सोशल मीडिया हँडलवर मेसेज पाठवून सूचित करू शकता. अनुभवांशी सांगड घालायला एकदा…
    • Add to cart
  • रेगिस्तान का रांझणा Quick View
    • रेगिस्तान का रांझणा Quick View
    • ,
    • रेगिस्तान का रांझणा

    • 249.0
    • "कहानी इक रेगिस्तानी रांझे की जो लदी है असंख्य उम्मीदों, अरमानों, सपनों, ख़्वाहिशों और आशाओं से, एक ऐसी कहानी जो चलती है अल्फ़ाज़ों, ज़ज़्बातों और अहसासों की अंगड़ाई से और अंत में इसी रेगिस्तान की मिट्टी में मिलकर रह जाती है खुद में समेटे इक सवाल कि-आखिर यह आत्महत्या क्यों? जबकि अंत में पछतावे के अलावा कुछ नहीं रहता, फिर…
    • Add to cart