मुन्तज़िर
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मुंतजिर अर्थात् प्रतीक्षित यूं तो हर कोई अपने जीवन में किसी ना किसी चीज के लिए मुन्तजिर होता है। चाहे वो कोई शख्स हो या फिर क्यूं ना किसी के प्यार का इंतज़ार हो। असल में किसी के लिए मुन्तजिर रहना वो एहसास है जो शब्दों में बयान नहीं हो सकता, इसी एहसास को यहां पर दिखाए जाने का प्रयास किया गया है |
by
- Paperback: 69 Pages
- Publisher: Novel Nuggets Publishers (27 August 2020)
- Language: Hindi
- ISBN-13: 978-9388758390
Additional information
| Weight | 69 kg |
|---|---|
| Dimensions | 5.5 × 0.4 × 8.5 in |






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