बाल कविताएँ

129.0

साहित्य चर्चा मैं अठारह साल उम्र से ही प्रारम्भ निया । मेरा मातृभाषा बांगला होने के कारण बांगला मैं ही लिखने लगे । छंद हए जे मन्द बोले मोर दादा नन्द यह पहला लिखी हुईु बांगला कविता है।

सन 1982 मैं करीब 60 कविताएँ एक गीत नाटय ( बच्चों के साथ आनन्द करते थे) तथा एक दुतु संगीत (प्रकासित) तथा सन 1987 में अलंकार ग्रन्थ लिखे हैं जो अप्रकासित है।

सन 1995 में सत्य रजः तमू नाम के एक ग्रस्थ लिखकर प्रकासित कर चुके है। पारिवारिक बन्घन के चलते दीर्घदिन कलम को बन्द करना पड़ा । वर्तमान मैं एक सरकारी विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत हूँ। लेकित में चिन्तन क्षमता को रोक न सका इसलिए वर्तमान सन में बच्चो का बाल कविता नामक किताब को प्रकाशित कर रहा हूँ।

  • Paperback: 82 Pages
  • Publisher: Novel Nuggets Publishers (30 April 2020)
  • Language: Hindi
  • ISBN-13: 978-9388758406

 

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Description

साहित्य चर्चा मैं अठारह साल उम्र से ही प्रारम्भ निया । मेरा मातृभाषा बांगला होने के कारण बांगला मैं ही लिखने लगे । छंद हए जे मन्द बोले मोर दादा नन्द यह पहला लिखी हुईु बांगला कविता है।

सन 1982 मैं करीब 60 कविताएँ एक गीत नाटय ( बच्चों के साथ आनन्द करते थे) तथा एक दुतु संगीत (प्रकासित) तथा सन 1987 में अलंकार ग्रन्थ लिखे हैं जो अप्रकासित है।

सन 1995 में सत्य रजः तमू नाम के एक ग्रस्थ लिखकर प्रकासित कर चुके है। पारिवारिक बन्घन के चलते दीर्घदिन कलम को बन्द करना पड़ा । वर्तमान मैं एक सरकारी विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत हूँ। लेकित में चिन्तन क्षमता को रोक न सका इसलिए वर्तमान सन में बच्चो का बाल कविताएँ नामक किताब को प्रकाशित कर रहा हूँ।

Additional information

Weight 300 kg
Dimensions 5.5 × 1 × 8.5 in

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