• When Moon Becomes The Sun Quick View
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    • When Moon Becomes The Sun

    • 199.0
    • Bloody Water. A Scratched Finger. One Dead Bird. Little Chaya sets out on her vacation, leaving behind the bustling city to find peace and calm in her grandmother's home at the foothills of Manali. The Last Exam. One Final Question. An Honest Answer. Little does she know that a very innocent answer she gives to that question, would end up…
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  • Wonders Within Words Quick View
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    • Wonders Within Words

    • 325.0
    • A delightful collection of short stories designed to ignite the imaginations of young readers. This enchanting anthology is packed with captivating tales that transport children to magical worlds, introduce them to unforgettable characters, and teach valuable life lessons along the way. "Wonders Within Words: A Mosaic Of Short Stories" is more than just a book; it's a passport to worlds…
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  • अतीत Quick View
    • अतीत Quick View
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    • अतीत

    • 160.0
    • आप सभी को मेरा नमस्कार! मैं थोड़ा पढ़ा-लिखा जरूर हूँ, लेकिन लिखने का कोई सलीका मुझे मालूम नहीं है, अपने ही दर्द से मुख़ातिब रहा हूँ कुछ लिखने को। ना तो उर्दू की पकड़ है मुझे और ना ही बेहतर हिन्दी की जानकारी, लेकिन बावजूद इसके आप सब के बीच आने की हिमाकत कर रहा हूँ। बीते हुए कुछ वक्त…
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  • अनुराग Quick View
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    • अनुराग

    • 99.0
    • यह पुस्तक एक काव्य संग्रह है जिसमें हिन्दी भाषा और बघेली बोली पर कविताएं लिखी गई हैं। बघेली बोली मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र की लोकप्रिय और प्रचलित बोली है। पुस्तक में पाठक की सुविधा के लिए कविताओ का अंग्रेजी अनुवाद भी किया गया है। पुस्तक का नाम “अनुराग” है! यह पुस्तक अमित कुमार गौतम “स्वतंत्र” द्वारा लिखी गई हैं। पुस्तक…
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  • तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३ Quick View
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      तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३ Quick View
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    • तिच्यपासुन तिच्यपर्यंता भाग १ – २ – ३

    • Original price was: ₹597.0.Current price is: ₹499.0.
    • प्रत्येकाच्या आयुष्यात किमान एकदा तरी प्रेम होतं आणि आपण ते अगदी जीवापाड करत असतो. अशाच एका प्रेममय प्रवासाचा खजिना म्हणजेच "तिच्यापासून तिच्यापर्यंत" भाग - 1,  2 आणि 3 असलेला चारोळीसंग्रह होय. तिच्यापासुन तिच्यापर्यंत  भाग 1 2 आणि 3 मध्ये अनुक्रमे एकूण साधारण 100, 94 आणि 100 अशा चारोळ्यांचा समावेश करण्यात आलेला आहे. प्रेममय आठवणींचा खजिना आपल्या हाती सोपवताना कवी मनाच्या…
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  • बाल कविताएँ Quick View
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    • बाल कविताएँ

    • 129.0
    • साहित्य चर्चा मैं अठारह साल उम्र से ही प्रारम्भ निया । मेरा मातृभाषा बांगला होने के कारण बांगला मैं ही लिखने लगे । छंद हए जे मन्द बोले मोर दादा नन्द यह पहला लिखी हुईु बांगला कविता है। सन 1982 मैं करीब 60 कविताएँ एक गीत नाटय ( बच्चों के साथ आनन्द करते थे) तथा एक दुतु संगीत (प्रकासित) तथा…
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  • बेढंगा की कविताएं Quick View
    • बेढंगा की कविताएं Quick View
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    • बेढंगा की कविताएं

    • 95.0
    • यह पुस्तक ‘बेढंगा’ का एक लघु काव्य-संग्रह है,जो प्रकृति-वात्सल्य से होता हुआ, प्रकृति के मनोरम अनुभवों को पथिक बनाते हुए, वीरता के ओज पर सवार जीवन के मर्म का अनूठा चित्रण अपनी ही बेढंगी शैली से करवाता हैा यह काव्य- संग्रह स्वयं में एक बेढंगा काव्य- संग्रह है,जो ह्रदय रूपी धरातल को स्पर्श करते हुए पाठक को यथार्थ एवं लौकिकता के अलोक की ओर ले जाता हैा by Raj Awasthi …
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  • मुंबई ते दरभंगा Quick View
    • मुंबई ते दरभंगा Quick View
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    • मुंबई ते दरभंगा

    • 299.0
    • ही कथा सत्य घटनेवर आधारित आहे. नुकतेच मेडिकल ग्रॅजुएशन पूर्ण झालेला एक तरुण, निषाद! कामाचा अनुभव आणि पैसे कमावण्यासाठी मुंबईला जातो. परंतु अशा काही घटना त्याच्या जीवनात घडतात की त्याला एका एम्बुलेंस सर्विस वर डॉक्टर म्हणून काम करावे लागते. सर्व काही सुरळीत चालू असताना त्याच्या वाटेला एक लांबचा प्रवास येतो.... मुंबई ते दरभंगा! आय.सी.यू मध्ये एडमिट पेशंट ‘कैलास’, ज्याला जीवंत…
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  • मैं तुम्हारे बारे में Quick View
    • मैं तुम्हारे बारे में Quick View
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    • मैं तुम्हारे बारे में

    • 110.0
    • एक साधारण लड़के ने जैसे प्रेम को जिया, लिखी उसमें पलने वाली जज्बातों की श्रृंखला। प्रेम हम सबको बेहतर इंसान बनाता है, हम उस अनजान व्यक्ति को सम्मान करने लगते हैं उसमें रब दिखने लगता है। उसमें पूरी जिंदगी भर देते हैं, आप तभी जिंदगी को नए सिरे से खोजते हैं जब प्रेम में होते हैं और प्रेम में होना…
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  • रेगिस्तान का रांझणा Quick View
    • रेगिस्तान का रांझणा Quick View
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    • रेगिस्तान का रांझणा

    • 249.0
    • "कहानी इक रेगिस्तानी रांझे की जो लदी है असंख्य उम्मीदों, अरमानों, सपनों, ख़्वाहिशों और आशाओं से, एक ऐसी कहानी जो चलती है अल्फ़ाज़ों, ज़ज़्बातों और अहसासों की अंगड़ाई से और अंत में इसी रेगिस्तान की मिट्टी में मिलकर रह जाती है खुद में समेटे इक सवाल कि-आखिर यह आत्महत्या क्यों? जबकि अंत में पछतावे के अलावा कुछ नहीं रहता, फिर…
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  • शब्दों की धार Quick View
    • शब्दों की धार Quick View
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    • शब्दों की धार

    • 139.0
    • शब्दों का जादू दुनिया में सबसे अधिक प्रभावशाली होता है। शब्द हताशा के भंवरजाल में फंसे मनुष्य को प्रेरणा की ऐसी खुराक दे सकते हैं कि वह विश्वविजेता बनकर पूरी दुनिया को फतह कर सकता है। शब्दों की ऐसी ही संजीवनी के द्वारा हमने भी समाज और देश में परिवर्तन की एक लहर लाने की चेष्टा की है। उम्मीद है…
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  • இராவணன் காவியம் Quick View
    • இராவணன் காவியம் Quick View
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    • இராவணன் காவியம்

    • 309.0
    • வணக்கம்... என்னுள் பகுத்தறிவுச் சுடர் சுடர்ந்திட காரணம் எதுவெனில், பெரியாரின் உணர்வலைகளே!... ஆதலால் பெரியாருக்கு என்றென்றும் எனது வணக்கம்... by Aranga Kanagarasan (Author) Paperback: – 410 Pages Edition:- 1st Publisher: Novel Nuggets Publishers  Language: Tamil ISBN: 978-9391178864
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